उन्हें लगा मैं हार गया हूं, हाथ सभीने खींचे
उन्हें लगा मैं जीत गया हूं, हो लिए पीछे-पीछे
कह बैठा ‘तुम सब गिरगिट हो’, दांत सभी ने भींचे
अब बस पत्थर ही पत्थर थे और मैं आंखें मींचे
--संजय ग्रोवर ;)
*पागलखाना* ==== बचकाना, अहमकाना, बेवकूफ़ाना, जाहिलाना, फ़लसफ़ाना, फ़लाना, ढिकाना....सब कुछ अनियोजित, अनियंत्रित, अनियमित, अघोषित....जब हमें ही कुछ नहीं पता तो आपको कैसे बताएं कि हम क्या करने वाले हैं....