रेखाकृति: संजय ग्रोवर |
एकलव धीमे से मुस्कुराया, दूसरे हाथ से रिमोट उठाकर टी वी ऑफ़ कर दिया और फ़िर से अपनी पोस्ट लिखने में व्यस्त हो गया।
-संजय ग्रोवर
17-02-2013
*पागलखाना* ==== बचकाना, अहमकाना, बेवकूफ़ाना, जाहिलाना, फ़लसफ़ाना, फ़लाना, ढिकाना....सब कुछ अनियोजित, अनियंत्रित, अनियमित, अघोषित....जब हमें ही कुछ नहीं पता तो आपको कैसे बताएं कि हम क्या करने वाले हैं....
रेखाकृति: संजय ग्रोवर |
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