लघु-व्यंग्य
ख़ाप का मुखिया जींस पहनकर आया और अंग्रेजी में बोला,‘टांग दो दोनों को पेड़ पर।’
लोग बोले,‘यार, चेंज तो आ रहा है मुल्क़ में!’
-संजय ग्रोवर
*पागलखाना* ==== बचकाना, अहमकाना, बेवकूफ़ाना, जाहिलाना, फ़लसफ़ाना, फ़लाना, ढिकाना....सब कुछ अनियोजित, अनियंत्रित, अनियमित, अघोषित....जब हमें ही कुछ नहीं पता तो आपको कैसे बताएं कि हम क्या करने वाले हैं....
बस इतने में ही चेंज…आया तो कुछ है ही…
जवाब देंहटाएं