गुरुवार, 21 जनवरी 2016

चालू-प्रेरित चमत्कारी क्रांतियों के ऐतिहासिक वर्णन का अचानक हाथ लग गया एक हिस्सा...

इसे भरेगा
उसे भरेगा
चालू आदमी 
क्रांति करेगा

क्रांति से पहले
रोल बदलेगा
क्रांति से पहले
पोल बदलेगा

चालू आदमी
क्रांति करेगा

अपना दाग़
उसपे थोपेगा
उसके सोग को
अपना कहेगा

चालू आदमी
क्रांति करेगा


इधर से इसको
आगे करेगा
उधर से उसको 
आगे करेगा

चालू आदमी
क्रांति करेगा

इधर भी पीछे
पीछे चलेगा
उधर भी पीछे
पीछे चलेगा

चालू आदमी
क्रांति करेगा

इधर भी इसका
दुश्मन मरेगा
उधर भी इसका 
दुश्मन मरेगा

चालू आदमी
क्रांति करेगा

आखि़र विजय-जुलूस
बहेगा
चालू आदमी
नेतृत्व करेगा
गोद भरेगा
गद्दी भरेगा
वंस अगेन वो
श्रेष्ठ रहेगा

चालू आदमी
क्रांति करेगा

-संजय ग्रोवर
21-01-2016


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

निश्चिंत रहें, सिर्फ़ टिप्पणी करने की वजह से आपको पागल नहीं माना जाएगा..

ब्लॉग आर्काइव